History

Akbar History: History of Akbar in Hindi PDF Ke Sath

Akbar History- History Subject के अंदर Akbar (अकबर) एक बहुत ही Important Part है। इसके साथ ही Akbar (अकबर) से Related Questions हमेशा से ही Competitive Exams में पूछे जाते रहे हैं। इसलिए Akbar (अकबर) से सम्बंधित इन महत्वपूर्ण Points को आप एक बार जरूर Read करें जिससे Competitive Exams में Akbar से सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर आप आसानी से दे सकें।

Akbar (अकबर) का शासन काल 1542 से 1605 ई. तक रहा था। इसके साथ ही Akbar (अकबर) ने अपने शासन काल में बहुत सारे कार्यों को भी किया था जिनके बारे में हम Points में इन सभी चीजों को बता रहे हैं। “Akbar History”

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आप इन Points को Read करने के साथ-साथ Write  भी कर लें जिससे Akbar (अकबर) से Related इन Points को आप बाद में भी Revise कर सकें।

Akbar History Akbar (अकबर) के इतिहास (History) से सम्बंधित महत्वपूर्ण Points

सम्राट Akbar (अकबर) का जन्म 15, October 1542 ई. को हमीदा बानू बेगम के गर्भ से अमरकोट के राणा वीर साल के महल में हुआ था।

अकबर का राज्याभिषेक 14 February 1556 ई. को पंजाब के कलानौर नामक स्थान पर हुआ था।

अकबर का शिक्षक अब्दुल लतीफ़ ईरानी विद्वान था।

वह जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर बादशाही गाजी की उपाधि से राजसिंहासन पर बैठा था।

बैरम खां 1556 से 1560 ई. तक अकबर का संरक्षक रहा था।

पानीपत की दूसरी लड़ाई 5 November 1556 ई. को अकबर और हेमू के बीच हुई थी।

मक्का की तीर्थ यात्रा के दौरान पाटन नामक स्थान पर मुबारक खां नामक युवक ने बैरम खां की हत्या कर दी थी।

May, 1562 ई. में Akbar (अकबर) ने ‘हरम-दल’ से अपने को पूर्णतः मुक्त कर लिया था।

हल्दीघाटी का युद्ध 18, June 1576 ई. को मेवाड़ शासक महाराणा प्रातक एवं Akbar (अकबर) के बीच हुआ था।  इस युद्ध में Akbar (अकबर) विजयी हुआ था। इस युद्ध में मुग़ल सेना का नेत्तृत्व मान सिंह एवं आसफ खां ने किया था।

अकबर का सेनापति मान सिंह था।

महाराणा प्रताप की मृत्यु 57 वर्ष की उम्र में 19, February 1597 ई. में हो गयी थी।

गुजरात विजय के दौरान अकबर सर्वप्रथम पुर्तगालियों  यहीं उसने सर्वप्रथम समुद्र को देखा था।

Akbar (अकबर) द्वारा जीते गए प्रदेश Akbar History

प्रदेश   शासक   वर्ष   मुग़ल सेनापति  
मालवा बाजबहादुर 1561 आधम खां, पीरमुहम्मद
चुनार अफगानों का शासन 1562 अब्दुल्ला खां
गोंडवाना वीरनारायण एवं दुर्गावती 1564 आसफ खां स्वयं अधीनता
आमेर भारमल 1562 स्वीकार किया
मेड़ता जयमल 1562 सर्फुद्दीन
मेवाड़ उदय सिंह एवं

राणा प्रताप

1568

1576

 स्वयं अकबर

मानसिंघ एवं आसफ खां

रणथम्भौर सुरजानहाड़ा 1569 भगवान दास एवं अकबर
कालिंजर रामचंद्र 1569 मजनू खां काकशाह
मारवाड़ राव चन्द्रसेन 1570 स्वेछा से आधीनता स्वीकार
जैसलमेर रावल हरिराय 1570 स्वेछा से आधीनता स्वीकार
बीकानेर कल्याणमल 1570 स्वेछा से आधीनता स्वीकार
गुजरात मुजफ्फर खां- III 1571 खाने आजम सम्राट अकबर
बिहार एवं बंगाल दाऊद खां 1574-76 मुनीम खां खानखाना
काबुल हकीम मिर्जा 1581 मानसिंह एवं अकबर
कश्मीर युसूफ याकूब खां 1586 भगवान् दास एवं कासिम खां
सिन्घ जानिबेग 1591 अब्दुर्रहीम खानखाना
उड़ीसा निसार खां 1590-91 मान सिंह
बलूचिस्तान पन्नी अफगान 1595 मीर मासूम
कंधार मुजफ्फर हुसैन 1595 शाहवेग

दक्षिण भारत 

खानदेश अली खां 1591 स्वेछा से आधीनता स्वीकार
दौलताबाद चाँद बीबी 1599 मुराद, अब्दुर्रहीम खानखाना, अबुफजल, अकबर
अहमदनगर बहादुर शाह चाँद बीबी 1600
असीरगढ़ मीरान बहादुर 1601 अकबर (यह अकबर का अंतिम अभियान था)

दीन-ए-इलाही धर्म का प्रधान पुरोहित अकबर था।

दीन-ए-इलाही धर्म स्वीकार करने वाला प्रथम एवं अंतिम हिन्दू शासक बीरबल था।

Akbar (अकबर) ने जैनधर्म के जैनाचार्य हरिविजय सूरि को जगतगुरु की उपाधि प्रदान की थी।

राजस्व प्राप्ति की जब्ती प्रणाली Akbar (अकबर) के शासनकाल में प्रचलित थी।

Akbar (अकबर) के दीवान राजा प्रणाली ने 1580 ई. में दहसाल बंदोबस्त व्यवस्था लागू की थी।

अकबर के दरबार का प्रसिद्द संगीतकार तानसेन था।

Akbar (अकबर) के दरबार के प्रसिद्द चित्रकार अब्दुससमद था।

दसवंत एवं बसावन Akbar (अकबर) के दरबार के चित्रकार थे।

अकबर के शासनकाल के प्रमुख गायक तानसेन, बाजबहादुर, बाबा रामदास एवं बैजू बाबरे थे।

Akbar (अकबर) के कुछ महत्वपूर्ण कार्य  Akbar History

कार्य   वर्ष   कार्य   वर्ष
दासप्रथा 1562 इबादतखाने की स्थापना 1575
अकबर को हरमदल से मुक्ति 1562 इबादतखाने में सभी धर्मों के लोगों के प्रवेश की अनुमति 1578
तीर्थयात्रा  कर समाप्त 1563 मजहर की घोषणा 1579
फतेहपुरसिकरी की स्थापना एवं राजधानी का आगरा से फतेहपुर सिकरी स्थानांतरण 1571 दीन-ए-इलाही की स्थापना 1582
इलाही सम्वत की शुरुवात 1583
जजिया कर समाप्त 1564 राजधानी लाहौर स्थानांतरित 1585

 

Akbar (अकबर) की शासन प्रणाली की प्रमुख विशेषता मनसबदारी प्रथा थी।

अकबर के समकालीन प्रसिद्द सूफी संत शेख सलीम चिश्ती थे।

Akbar (अकबर) को सिकंदराबाद के निकट दफनाया गया था।

स्थापत्यकला के क्षेत्र में Akbar (अकबर) की महत्वपूर्ण कृतियाँ हैं- दिल्ली में हुमायूँ का मकबरा, आगरा का लालकिला, फतेहपुर सिकरी में शाहीमहल, दीवाने खास, पंचमहल, बुलंद दरवाजा, जोधाबाई का महल, इबादत खाना, इलाहबाद का किला और लाहौर का किला।

Akbar (अकबर) के दरबार को सुशोभित करने वाले नौ रत्न इस प्रकार थे- 1- बीरबल, 2- अबुलफजल, 3- टोडरमल, 4- भगवान दास, 5- तानसेन, 6- मानसिंह, 7- अब्दुर्रहीम खानखाना, 8- मुल्ला दो प्याजा और 9- हकीम हुकाम।

अबुल फजल ने अकबरनामा ग्रन्थ की रचना की थी। वह दीन-ए-इलाही धर्म का कट्टर समर्थक था।

बीरबल के बचपन का नाम महेश दास था।

संगीत सम्राट तानसेन का जन्म ग्वालियर में हुआ था। इनकी प्रमुख कृतियाँ थीं- मियाँ की टोडी, मियां का मल्हार और मियाँ का सारंग इत्यादि।

कण्ठाभरण वाणीविलास की उपाधि Akbar (अकबर) ने तानसेन को दी थी।

Akbar (अकबर) ने भगवान् दास (आमेर के राजा भारमल के पुत्र) को अमीर-ऊल-ऊमरा की उपाधि दी थी।

यूसुफ़जाईयों के विद्रोह को दबाने के दौरान बीरबल की हत्या हो गयी थी।

1602 ई. में सलीम (जहाँगीर) के निर्देश पर दक्षिण से आगरा की ओर आ रहे अबुल फजल को रास्ते में वीर सिंह बुंदेला नामक सरदार ने हत्या कर दी थी।

मुग़ल सम्राट Akbar (अकबर) ने ‘अनुवाद विभाग‘  स्थापना की थी।

मुगलों की राजकीय भाषा फ़ारसी थी।

महाभारत का फ़ारसी भाषा में रज्मनामा नाम से अनुवाद बदायूनी, नकीब खां एवं अब्दुल कादिर ने किया था।

पंचतंत्र का फ़ारसी भाषा में अनुवाद अबुल फजल ने अनवर-ए-सादात नाम से तथा मौलाना हुसैन फैज ने यार-ए-दानिश नाम से किया था।

Akbar (अकबर) के काल को हिंदी साहित्य का स्वर्णकाल कहा जाता है।

Akbar (अकबर) ने बीरबल को कविप्रिय एवं नरहरि को महापात्र की उपाधि प्रदान की थी।

बुलंद दरवाजा का निर्माण Akbar (अकबर) ने गुजात विजय के उपलक्ष में करवाया था।

Akbar (अकबर) ने शिरी कलम की उपाधि अब्दुससमद को एवं जड़ी कलम की उपाधि मुहम्मद हुसैन कश्मीरी की दिया था।

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यह सभी Points ज्यादा Important हैं इसलिए Exams से पहले आप इन सभी Points को एक बार जरूर Read करें और  इसके साथ ही आपके पास Akbar History (अकबर) से सम्बंधित कुछ Points ऐसे हो जिनपर Competitive Exams में कभी Question आए हैं तो आप हमें जरूर बताएं हम उस Point को भी इस Article के अंदर जरूर Mansion करेंगे। Akbar History

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